सुसनेर में खाद्य सामग्री के कारोबार में जमकर चल रहा मिलावटखोरी, जमाखोरी और टैक्स चोरी का खेल

दिनेश जैन ....सुसनेर में खाद्य सामग्री के कारोबार में जमकर चल रहा मिलावटखोरी, जमाखोरी और टैक्स चोरी का खेल 







गुड़ की गड़बड़ के साथ चल रहा है तेल, घी और नकली तम्बाकू का गोरखधंधा 


अधिकारियों का कहना— बाजार में सप्लाई खाद्य सामग्री से कोई ट्रेजडी समाने आएगी तो करेंगे कारवाई 



सुसनेर। क्षेत्र में गुड़ की गड़बड़ के बाद तेल, घी और तंबाकू में भी मिलावट की खबर सामने आ रही है। जिम्मेदार अधिकारियों की मेहरबानी से क्षेत्र में मिलावटखोरी, जमाखोरी और टैक्स चोरी चरम पर है। जिम्मेदार विभागों की कछुआ चाल वाली कारवाई ने मिलावट खोरो, जमाखोरों और टैक्स चोरों को अवसर देकर हौसले बुलंद कर रह रहे है। इस पूरे खेल में जिम्मेदार अधिकारियों की भी मिलीभगत साफ-साफ दिखाई दे रहे है। अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहे इस खेल की अनदेखी इन लोगो को पनाह दे रहे है। आप उपभोक्ता की सेहत के साथ खिलवाड़ अधिकारियों की भूमिका पर संदेह पैदा कर रही है। 


सुर्खियों में है गुड़ में गड़बड़ी का मामला -


खाद्य सुरक्षा अधिकारी के एल कुंभकार ने तिरुपति ट्रेडर्स के गोदाम पर 28 दिसंबर को छापा मारा और 30 क्विंटल रिसायकल किया जा रहा गुड़ नष्ट किया जो इस समय अखबारों की सुर्खिया बना हुआ है। इस कारवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में है। 

क्योंकि दो महीने पहले दीपावली के दौरान 30 अक्टूबर को भी तिरुपति ट्रेडर्स के गोदाम पर जांच कर नमूने लिए गए थे। साथ ही गुड़ नष्ट कराया गया था। लेकिन गोदाम सील नही किया गया। ओर उसकी जांच रिपोर्ट आज दो माह बाद भी नही आई। अधिकारियों का कहना था कि उनको कुछ गलत होते नही पाया गया। यह तिरुपति ट्रेडर्स के संचालक को मिलावट करने का एक मौका ओर दिया गया। जिसका परिणाम 26 दिसंबर को एक ही परिवार के सात सदस्य, गुड़ से बनी खाद्य सामग्री का सेवन करने के बाद पेट दर्द और उल्टी की शिकायत से ग्रसित हो गए थे। जिसके बाद विभाग ने 28 दिसम्बर को एक बार फिर तिरुपति ट्रेडर्स पर गुड़ नष्ट कर सील ओर सेंपल की औपचारिक कार्रवाई की लेकिन गुड़ कितनी मात्रा में कहा से आया और कहा बेचा गया इसकीं कोई जांच नही की। 


सालों से जिले में चल रहा मिलावटखोरी का कारोबार  


गुड़ रिसायकल करने का यह कारोबार किसी एक दिन का मामला नहीं है। आरोप है कि जिले में वर्षों से यह खेल खाद्य विभाग की "मौन स्वीकृति" के साथ चल रहा है। इस बात को सब जानते हैं, लेकिन कोई मानता नहीं है। जिले में एक दशक से भी ज्यादा समय से जमे अधिकारीयो की शह व मिलीभगत से मिलावट खोरी का कारोबार सालों से चल रहा है। 


दुकानो पर सप्लाई खराब गुड़ की कारवाई के लिए ट्रेजड़ी का इंतज़ार 


तिरुपति ट्रेडर्स क्षेत्र में गुड़, तेल सहित अन्य खाद्य सामग्री का थोक विक्रेता है इसके द्वारा क्षेत्र के दुकानदारों को गुड़ की सप्लाई की गई है जिसकी जांच करने वाला कोई नही है। अभी भी बाजार में खराब गुड़ बिकने को मौजूद है। जिम्मेदार अधिकारी के एल कुंभकार का कहना है कि बाजार में मौजूद गुड़ से अभी कोई ट्रेजड़ी नही हुई है अगर होगी तो कारवाई की जाएगी। 


मिलावटखोरी के साथ लाखों के टैक्स की भी हो रही चोरी


अधिकारियों की लापरवाही ने ऐसे मिलावट खोरो की हिम्मत को बढावा दिया है। क्षेत्र में मिलावट खोर अपना सामान कच्ची पर्ची पर बेचकर लाखों रुपये टैक्स की चोरी कर रहे है। जबकि उपभोक्ता से पूरा रुपया वसूला जा रहा है। अगर इन मिलावट खोरो के गोदाम में स्टॉक माल, बेचे ओर खरीदे गए माल के बिलों की जांच की जाए तो सारा काला चिट्ठा सामने आ सकता है। इन खाद्य सामग्री को अमानक पॉलीथिन का उपयोग कर बेचा जा रहा है। 



तिरुपति ट्रेडर्स के गोदाम में खराब गुड़ को बाजार में सप्लाई करने की योजना से रिसायकल किया जा रहा था। जिसको सप्लाई होने से पहले ही नष्ट कर सील करने की कारवाई की गई है। वैसे वहां कुछ गलत नहीं हो रहा था। बाजार में सप्लाई गुड़ से अगर कोई ट्रेजडी सामने आती है तो कारवाई की जाएगी। जांच रिपोर्ट का इंतज़ार करे नियामानुसार कार्रवाई होंगी। 


                      के एल कुम्भकार 

       खाद्य एवं औषधि विभाग आगर मालवा